आपकी उंगलियां आपके व्यक्तित्व के बारे में क्या कहती हैं?
उंगलियों का निर्माण स्नायुबंधन, टेंडन, और तीन फलांगों से होता है। उंगलियों में मांसपेशियां नहीं होती हैं; और अंगुलियां टेंडन पर अग्र-भुजाओं की मांसपेशियों के खिंचाव से चलती हैं।
हस्तरेखाशास्त्र में कई ऐसी जानकारियां दी गई हैं जिनके आधार पर अपनी लाइफ में होने वाली प्रॉब्लम्स से आप बहुत ही आसानी से बच सकते हैं। होता क्या है कि कई बार किसी से कुछ पलों की बातचीत में हम उसपर आंखें बंद करके भरोसा करने लगते हैं फिर कुछ दिनों बाद इस बात का रोना लेकर बैठ जाते हैं कि अरे हम तो कितना यकीन करते थे और उसी ने हमारे साथ धोखा किया।
आपके साथ ऐसा न हो इसलिए आप सोच-समझकर लोगों से रिश्ते जोड़ें और यहां बताई गई हस्तरेखा की ऊंगलियों से जुड़ी बातों को भी जरूर जान लें।
अत्यंत नुकीली ऊंगलियां
छवि स्रोत fashionisers
अगर किसी शख़्स की ऊंगलियां अत्यंत नुकीली हों। तब तो आप उनसे बिल्कुल सतर्क हो जाइए। मान्यता है कि ऐसे लोग मिथ्यावादी होते हैं। इनका प्रेम पूर्वक व्यवहार केवल दिखावटी होता है। ये अपने काम निकालने के लिए किसी के भी साथ बात कर लेते हैं। लेकिन काम निकलते ही ये मुड़कर भी नहीं देखते।
छोटी ऊंगलियां
छवि स्रोत researchgate
अगर किसी जातक की ऊंगलियां छोटी हों। साथ ही उनके नाखून भी खुरदुरे हों। तो ऐसे जातकों को बड़ी जल्दी गुस्सा आ जाता है। हालांकि अपना काम निकालने में ये भी खूब आगे होते हैं। यहां तक कि लंबी-चौड़ी बातें बनाकर अपना काम साधने की फिराक में ही रहते हैं। लेकिन कहते हैं कि इनकी हां में हां मिलाते रहिए तो ये खुशी-खुशी आपका हर मुसीबत में साथ भी दे सकते हैं।
अधिक चौड़ी ऊंगलियां
छवि स्रोत gitty
अगर किसी जातक की ऊंगलियां अधिक चौड़ी हों तो इनपर आप पूरी तरह से आंखें बंदकरके यकीन करने से बचें। मान्यता है कि ऐसे जातक स्वतंत्र प्रकृति के होते हैं। ये केवल अपने ही बारे में सोचते हैं और जो इन्हें सही लगता है भले ही वह सामने वाले के लिए गलत क्यों न हो, ये करने से पीछे नहीं हटते। इसलिए ऐसे जातकों पर सोच-समझकर भरोसा करें।
वर्गाकार उंगलियां
अगर किसी जातक की ऊंगलियों के सिरे वर्गाकार हों, तो ऐसे जातक काफी सच्चे और ईमानदार होते हैं। ये हर रिश्ता बेहद ईमानदारी से निभाते हैं। कितनी भी परेशानी आ जाए ये अपने हों या बेगाने किसी का भी साथ नहीं छोड़ते। इसके अलावा अगर किसी जातक की ऊंगलियों के प्रथम पर्व का जोड़ स्पष्ट रूप से नजर आए तो वह दार्शनिक प्रवृत्ति के होते हैं। गम में खुशी बहुत ही आसानी से तलाश लेते हैं।
नोट : यहां बताई गई बातें केवल हस्तरेखाशास्त्र के आधार पर हैं। इन्हें फॉलो करने से पहले किसी हस्तरेखा विशेषज्ञ की राय जरूर ले लें।