Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर का खतरा महिलाओं में 35 साल की उम्र के बाद बढ़ जाता है जानें इसके लक्षण
Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) महिलाओं में होने वाले सबसे गंभीर कैंसर (cancer) में से एक है। ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) के बाद भारत में महिलाएं सबसे ज्यादा इस बीमारी से पीड़ित हैं। तो आइए जानते हैं इस गंभीर बीमारी के कुछ लक्षणों के बारे में....
सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) महिलाओं में होने वाले सबसे गंभीर कैंसर (cancer) में से एक है। ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) के बाद भारत में महिलाएं सबसे ज्यादा इस बीमारी से पीड़ित हैं। यह एक गंभीर प्रकार का कैंसर (cancer) है, जो गर्भाशय ग्रीवा (uterine cervix) में होता है। दरअसल, महिलाओं के गर्भाशय और योनि को जोड़ने वाले हिस्से को सर्विक्स कहा जाता है। इस सर्विक्स में होने वाले कैंसर (cancer) को सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) कहा जाता है। अक्सर 35 से 40 की उम्र के बाद महिलाओं के पीरियड्स अनियमित होने लगते हैं। कभी-कभी उन्हें अत्यधिक रक्तस्राव होने लगता है। लेकिन वह इसे सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देती है। हालाँकि, यह सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) की शुरुआत हो सकती है।
सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) को काफी खतरनाक माना जाता है, क्योंकि यह कैंसर सर्वाइकल (Cervical cancer) से शुरू होकर लिवर, ब्लैडर, वजाइना, फेफड़े और किडनी तक फैल जाता है। ऐसे में इसके लक्षणों को पहचानकर समय रहते इसका इलाज करना बेहद जरूरी है। इस बीमारी को लेकर लोगों में अभी भी जागरुकता की कमी है। ऐसे में लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल जनवरी के महीने को सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) जागरूकता महीने के रूप में मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं इस गंभीर बीमारी के कुछ लक्षणों के बारे में-
सर्वाइकल कैंसर के सामान्य लक्षण - Common symptoms of cervical cancer
- लगातार पेशाब आना
- सफेद पदार्थ का निकलना
- सीने में जलन और लूज मोशन
- अनियमित अवधि
- भूख कम लगना
- बहुत थकान महसूस होना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द या सूजन होने
- बार-बार बुखार आना और सुस्ती जैसा लगना
- शारीरिक संबंध के बाद रक्तस्राव
- पीरियड्स के दौरान भारी रक्तस्राव
सर्वाइकल कैंसर का कारण - Causes of cervical cancer
सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) की समस्या अक्सर शरीर में HPV (Human Papilloma Virus) वायरस के फैलने के कारण देखी जाती है। इसके अलावा अनुवांशिकता भी इसका प्रमुख कारण है। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि पारिवारिक इतिहास होने से महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा सिगरेट में मौजूद निकोटिन भी इस समस्या की वजह हो सकता है। साथ ही व्यक्तिगत स्वच्छता की कमी या कुपोषण भी सर्वाइकल कैंसर का कारण बन सकता है। इतना ही नहीं, सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) एक यौन संचारित रोग (STD) भी है। ऐसे में असुरक्षित यौन संबंध बनाने से भी यह बीमारी हो सकती है।
सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए रखें इन बातों का ध्यान - Keep these things in mind to avoid cervical cancer
- अगर आप खुद को सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) से बचाना चाहते हैं, तो नियमित पैप टेस्ट करवाना बहुत जरूरी है।
- तंबाकू या इसके उत्पादों का सेवन गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं के डीएनए को नुकसान पहुंचाता है, जो गर्भाशय ग्रीवा (uterine cervix) के कैंसर (cancer) में बदल सकता है। ऐसे में इस जानलेवा बीमारी से बचने के लिए आज ही धूम्रपान से दूर रहें।
- सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) कई प्रकार के HPV के कारण होता है। ऐसे में HPV से बचाव के लिए टीका लगवाना जरूरी है।
- यदि आप किसी से संबंध बनाते हैं तो सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। सुरक्षित संबंध बनाकर आप इस गंभीर बीमारी से काफी हद तक खुद को बचा सकते हैं।