Mulayam Singh Yadav death: नहीं रहे अनुभवी नेता मुलायम सिंह यादव, यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक
Mulayam Singh Yadav death: समाजवादी पार्टी (SP) (Samajwadi Party) के संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव (former Defense Minister Mulayam Singh Yadav) की आज सुबह 82 वर्ष की उम्र में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital in Gurugram) में देहांत हो गया। सपा अध्यक्ष और मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी....
सपा संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Uttar Pradesh Chief Minister Mulayam Singh Yadav) का सोमवार को निधन हो गया। मुलायम सिंह यादव 82 वर्ष के थे। आज सुबह 8:15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को कुछ दिन पहले यूरिनरी इंफेक्शन (urinary infection), ब्लड प्रेशर (blood pressure) की समस्या और सांस लेने में तकलीफ (difficulty in breathing) के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनका स्वास्थ्य लगातार नाजुक बना रहा। जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की मृत्यु हो गई है.
मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे - श्री अखिलेश यादव
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 10, 2022
खास बात यह है कि ये वही शहर और वही अस्पताल है, जहां आज से ठीक 93 दिन पहले मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की पत्नी साधना गुप्ता (Sadhna Gupta) ने भी अंतिम सांस ली थी. वह मुलायम जी की दूसरी पत्नी और भाजपा नेता (BJP leader) अपर्णा यादव की सास और प्रतीक यादव की मां थीं।
यहां बता दें कि साल 2003 में मुलायम सिंह की पहली पत्नी और अखिलेश यादव की मां मालती देवी का निधन हो गया था. कुछ दिनों बाद सपा नेता ने खुद से 20 साल छोटी साधना गुप्ता को दूसरी पत्नी का दर्जा दिया था.
ट्वीट
Shri Mulayam Singh Yadav Ji was a remarkable personality. He was widely admired as a humble and grounded leader who was sensitive to people’s problems. He served people diligently and devoted his life towards popularising the ideals of Loknayak JP and Dr. Lohia. pic.twitter.com/kFtDHP40q9
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2022
राजनीति में विरोधी होने के बावजूद मुलायम सिंह जी के सबसे अच्छे संबंध थे। जब भी उनसे भेंट होती तो वे बड़े खुले मन से अनेक विषयों पर बात करते। अनेक अवसरों पर उनसे हुई बातचीत मेरी स्मृति में सदैव तरोताज़ा रहेगी। दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों एवं समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएँ।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 10, 2022