अब दिल्ली से 3 घंटे की दूरी पर होगा चंडीगढ़, चौथी वंदे भारत ट्रेन का आज PM Modi ने किया शुभारंभ
Vande Bharat: आज चौथी वंदे भारत ट्रेन को पीएम मोदी (PM Modi) ने हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया। इस ट्रेन की खास बात ये है की ये सिर्फ 3 घंटे में दिल्ली से चंडीगढ़ पहुंच सकती है और यहाँ बुधवार को छोड़ के सप्ताह में 6 दिन चलेगी....
चौथी वंदे भारत ट्रेन (fourth Vande Bharat train) की शुरुआत के साथ अब यात्री सिर्फ 3 घंटे में दिल्ली से चंडीगढ़ का सफर कर सकेंगे। पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने हाथों से आज इस ट्रेन का शुभारंभ किया। यह देश में चलने वाली चौथी वंदे भारत ट्रेन है। इसकी खास बात यह है कि यह पिछली ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा अपडेट और हल्की है। यह कम समय में आसानी से टॉप स्पीड तक पहुंच सकता है। जानिए इसका शेड्यूल और अन्य फीचर्स।
चौथा वंदे भारत सप्ताह में 6 दिन चलेगा - Fourth Vande Bharat will run for 6 days in a week
यह ट्रेन दिल्ली से ऊना के अंदौरा रेलवे स्टेशन तक चलेगी। नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। इसका ठहराव अंबाला, चंडीगढ़, आनंदपुर साहिब और ऊना में होगा। यह ट्रेन महज 52 सेकेंड में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेगी।
इससे पहले PM Modi ने 30 सितंबर को तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का शुभारंभ किया था। तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस (third Vande Bharat Express) ने भी अपनी रफ्तार से चौंका दिया। तीसरा वंदे भारत पहली दो ट्रेनों की तुलना में 20 किमी प्रति घंटा अधिक था। चौथे वंदे की भी यही गति रहेगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस की विशेषताएं - Features of Vande Bharat Express
वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) में कुल 1128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 15 फरवरी 2019 को नई दिल्ली-वाराणसी रूट पर चली। दूसरी ट्रेन नई दिल्ली से श्री वैष्णो देवी माता, कटरा रूट के लिए चलाई गई। फिर गुजरात से तीसरी वंदे भारत ट्रेन चलाई गई, जिसमें कई अपडेशन किए गए। अब आज चौथा वंदे भारत भी देश की पटरी पर दौड़ पड़ा है।
आधुनिक तकनीक से लैस है यह 'वंदे भारत' - This 'Vande Bharat' is equipped with modern technology
देश की वंदे भारत ट्रेनों में पहली बार 'कवच' तकनीक लॉन्च की जा रही है। इस तकनीक की मदद से दो ट्रेनों की आमने-सामने टक्कर जैसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। इस तकनीक को स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है, जिससे इसकी लागत बहुत कम है। केंद्र सरकार ने 2022 के बजट में 'कवच' के तहत रेल नेटवर्क को 2000 किमी तक लाने की योजना की घोषणा की थी।