Air Pollution: जहरीली हवा ने कर दिया फेफड़े को कमजोर, कच्ची हल्दी और मुलेठी के आयुर्वेदिक काढ़े से पाएं असरदार फायदा
Air Pollution: दिवाली के बाद से Delhi-NCR में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदूषण के कारण यहां की हवा में जहर फैला हुआ है। इस समय यहां का AQI index 350 से 400 के बीच है। ऐसे में इस समय सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम अपनी सेहत का ख्याल रखें। आप अपने स्वास्थ्य के लिए और अपने फेफड़ों को मजबूत रखने के लिए इन आयुर्वेदिक काढ़ों का उपयोग करके इस जहरीले वातावरण से खुद को बचा सकते हैं......
Air Pollution: दिवाली के बाद से Delhi-NCR में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदूषण के कारण यहां की हवा में जहर फैला हुआ है। स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि सरकार ने स्कूल को बंद करने का आदेश दे दिया है. आपको बता दें कि इस समय यहां का AQI index 350 से 400 के बीच है। बढ़ते प्रदूषण से हमारे स्वास्थ्य पर बहुत गहरा असर पड़ा है। वायु प्रदूषण फैलने से फेफड़े और रोग प्रतिरोधक क्षमता सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। इसके अलावा लोग कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं, जैसे आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ और लगातार खांसी। ऐसे में इस समय सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम अपनी सेहत का ख्याल रखें। आप अपने स्वास्थ्य के लिए और अपने फेफड़ों को मजबूत रखने के लिए इन आयुर्वेदिक काढ़ों का उपयोग करके इस जहरीले वातावरण से खुद को बचा सकते हैं।
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मुलेठी और दालचीनी का काढ़ा - Licorice and cinnamon decoction
Method of preparation: दो सौ ग्राम दालचीनी, 500 ग्राम मुलेठी, 250 ग्राम लेमन ग्रास को मिलाकर पीस लें। अब इस मिश्रण में इलायची, तुलसी और गिलोय के पत्तों को पीसकर मिला लें. अब इस काढ़े के पाउडर को रोजाना 2 कप पानी में उबालकर छान लें और पी लें। इसे पीने से आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी। यह काढ़ा बलगम को कम करता है और फेफड़ों का ख्याल रखता है।
अजवाइन की पत्ती का काढ़ा - Celery leaf decoction
फेफड़ों के लिए अजवाइन का काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है। दरअसल, अजवाइन के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आपके शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं और कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसलिए रोज सुबह या शाम अजवाइन के पत्तों में गुड़ और काला नमक मिलाकर इसका काढ़ा बनाकर पीएं।
कच्ची हल्दी का काढ़ा - Raw turmeric decoction
कच्ची हल्दी को गुणों की खान कहा जाता है, यह जलनरोधी से भरपूर होती है। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में कच्ची हल्दी का काढ़ा न सिर्फ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है बल्कि आपके फेफड़ों का भी ख्याल रखता है। शरीर में सूजन को कम करता है और एलर्जी के लक्षणों को कम करता है।
लेमन ग्रास काढ़ा - Lemon Grass Decoction
लेमन ग्रास के काढ़े को डिटॉक्सिफाइंग ड्रिंक कहा जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं। लेमन ग्रास एलर्जी के प्रभाव को कम कर सकती है, जबकि यह सूखी खांसी और अस्थमा के अन्य लक्षणों पर प्रभावी ढंग से काम कर सकती है।
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