जनरल बिपिन रावत की मौत एक हादसा में हुई थी, या फिर किसी ने रची थी साजिश, देखिये वीडियो
भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, 63, उनकी पत्नी मधुलिका राजे सिंह रावत और 11 अन्य की पिछले साल आठ दिसंबर को तमिलनाडु में कुन्नूर के पास एक भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी, जो भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ सबसे खराब हवाई दुर्घटनाओं में से एक है।
भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, 63, उनकी पत्नी मधुलिका राजे सिंह रावत और 11 अन्य की पिछले साल आठ दिसंबर को तमिलनाडु में कुन्नूर के पास एक भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी, जो भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ सबसे खराब हवाई दुर्घटनाओं में से एक है। भारतीय वायुसेना ने दुर्घटना के छह घंटे बाद इसकी पुष्टि की थी।
हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर ट्राई-सर्विसेज कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने सौंपे गए अपने प्रारंभिक निष्कर्षों में कहा है कि मौसम में अप्रत्याशित ढंग से बदलाव के कारण पायलट का स्थानिक भटकाव हुआ, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। भारतीय वायुसेना ने यह जानकारी दी।
तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट हुई दुर्घटना में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 13 दूसरे की मौत हो गई थी। वायुसेना ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि एमआई-17वी5 के दुर्घटनाग्रस्त होने से संबंधित 'कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' में यांत्रिक विफलता, तोड़फोड़ या लापरवाही की बात से इनकार किया गया है।
बयान में कहा गया है, "आठ दिसंबर, 2021 को एमआई-17 वी5 दुर्घटना में ‘ट्राई सर्विसेज कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ ने अपने प्रारंभिक निष्कर्ष सौंपे हैं।" इसमें कहा गया है, "कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (सीओआई) में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारणों के रूप में यांत्रिक विफलता, तोड़फोड़ या लापरवाही को खारिज किया गया है।"
दुर्घटना घाटी में मौसम की स्थिति में अप्रत्याशित बदलाव के कारण बादलों में प्रवेश का परिणाम थी। इससे पायलट का स्थानिक भटकाव हुआ, जिसकी वजह से कंट्रोल्ड फ्लाइट इनटू टेरेन (सीएफआईटी) या हादसा हो गया। अमेरिकी विमानन नियामक एफएए के अनुसार, सीएफआईटी को किसी विमान के सकारात्मक नियंत्रण में रहने के दौरान इलाके, जमीन, पहाड़, जलाशय या किसी बाधा के साथ अनजाने में टकराव के रूप में परिभाषित किया गया है।