Greater Noida: मां-बाप की मौत का लेना चाहती थी बदला, कुबूल है सीरियल देख लेडी किलर बनी
ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र की रहने वाली पायल भाटी ने अपने माता-पिता की आत्महत्या का बदला लेने और अपने प्रेमी से शादी करने की पूरी साजिश रची। इस पूरी साजिश को रचने में पायल ने एक TV सीरियल 'कुबूल' और OTT प्लेटफॉर्म पर मौजूद कई क्रिमिनल डॉक्युमेंट्री की मदद ली। TV सीरियल देखकर सीरियल किलर बनने चली गई......
ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र की रहने वाली पायल भाटी ने अपने माता-पिता की आत्महत्या का बदला लेने और अपने प्रेमी से शादी करने की पूरी साजिश रची. वह अपने माता-पिता की आत्महत्या के लिए अपने भाई के ससुराल वालों और अपने चचेरे भाई को जिम्मेदार मानती थी और उन्हें मारना चाहती थी। इस पूरी साजिश को रचने में पायल ने एक टीवी सीरियल 'कुबूल' और OTT प्लेटफॉर्म पर मौजूद कई क्रिमिनल डॉक्युमेंट्री की मदद ली।
अपने माता-पिता की आत्महत्या का बदला लेने के लिए हैवान बनी पायल, TV सीरियल देखकर सीरियल किलर बनने चली गई। इसी कड़ी में उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर हेमलता की बेरहमी से हत्या कर दी और उसे मरा हुआ दिखाने के लिए उसका चेहरा जला दिया। आत्महत्या की पुष्टि के लिए उसने शव के पास एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। हालांकि कुछ दिनों तक ही पायल लोगों के सामने यह साबित करने में कामयाब रही कि उन्होंने आत्महत्या की है।
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छह माह पहले की थी आत्महत्या
पायल ने बताया कि मैंने अपने हाथ से लिखा सुसाइड नोट शव के पास रखा और अजय के साथ चली गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पायल के माता-पिता ने छह महीने पहले आत्महत्या कर ली थी। पायल ने बताया कि भाई की शादी कराने वाले बिचौलिए उसकी मौसी के बेटे सुनील ने मेरे माता-पिता को पांच लाख रुपये उधार दिए थे।
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माता-पिता की आत्महत्या का दोषी
पायल कहा कि माता-पिता इस राशि का भुगतान करने में सक्षम नहीं थे और तंग आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने कहा कि पायल का मानना था कि बिचौलिया सुनील, उसकी भाभी स्वाति और ननद के दो भाई कोशिंदर और गोलू उसके माता-पिता की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार थे और उन चारों को मारना चाहती थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पायल इन चारों को मारने के लिए अवैध हथियार भी खरीद के लेकर आयी थी।
सुसाइड नोट से किया गुमराह किया
दरअसल हेमलता के चेहरे को पायल और अजय ने मिल कर जला दिया था. वहीं हेमलता का कद काठी में लगभग पायल जैसा था. ऐसे में किसी को पता नहीं चल पाता था कि ये पायल है या कोई और। इसके साथ ही पास में रखे सुसाइड नोट से भी सभी को गुमराह किया, सभी को लग रहा था की ये पायल ने सुसाइड करने से पहले लिखा था इसके बाद पायल के भाई ने शव को अपनी बहन समझकर अंतिम संस्कार कर दिया।
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आपराधिक दस्तावेजी सहायता
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक पायल ने इस पूरी साजिश को रचने में एक टीवी सीरियल 'कुबूल' और OTT प्लेटफॉर्म पर मौजूद कई क्रिमिनल डॉक्युमेंट्री की मदद ली. उसने यह सब अपने माता-पिता की आत्महत्या का बदला लेने के लिए किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, पायल ने अपने माता-पिता की आत्महत्या के लिए अपने भाई के ससुराल वालों और अपने चचेरे भाई को जिम्मेदार ठहराया था और पायल उन्हें सभी को मारने की योजना बना रही थी।
युवती की तलाश में खुला मामला
मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस उपायुक्त (Central Region) साद मियां खान ने बताया कि 12 नवंबर को हेमलता चौधरी नाम की लड़की बिसरख इलाके में स्थित गौर सिटी मॉल से लापता हो गई थी. साद मियां खान ने बताया कि इस मामले की जांच में जुटी पुलिस को पता चला कि हेमलता की आखिरी बातचीत अजय ठाकुर नाम के लकड़ी से हुई थी. इसके बाद जब पुलिस ने अजय को हिरासत में लिया तो अजय ने पूछताछ में बताया कि उसने और पायल ने मिलकर हेमलता हत्या की है।
मृत होने का नाटक किया
अजय ने बताया कि पायल और वो फेसबुक के जरिए मिले थे और दोनों को प्यार हुआ और दोनों ने शादी करने का फैसला किया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस दौरान पायल ने अजय को बताया कि उसके माता-पिता ने चार लोगों की वजह से आत्महत्या की है, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया. अजय ने बताया कि पायल ने उससे कहा कि मुझे उन सब को मारना है। मुझे भी खुद को मरा हुआ साबित करना है ताकि मैं उन सब की हत्या के मामले में न फंस जाऊं। इसलिए मेरी कद-काठी की कोई लड़की खोज कर लाओ।
गले और हाथ की नस कटी
पुलिस ने बताया कि इसी बीच अजय गौर सिटी मॉल में काम करने वाली हेमलता चौधरी से मिला और पैसे का झांसा देकर पायल के घर ले गया। इसके बाद पायल और अजय ने मिलकर चाकू से हेमलता के गले और हाथ की नस काट दी। खान ने अजय के हवाले से बताया कि हेमलता की हत्या के बाद पायल ने हेमलता को अपने कपड़े पहनाए और हेमलता का चेहरा जला दिया ताकि हेमलता की पहचान न हो सके। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि हेमलता की हत्या के सात दिन बाद ही पायल और अजय नेशादी कर ली थी और वे बुलंदशहर के भूड चौराहे के पास स्थित एक कॉलोनी में छिप कर रह रहे थे।